भुरकुंडा: रामगढ़
भुरकुंडा। उद्योगों में बढ़ते मजदूर शोषण और क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं के सामने खड़ी चुनौतियों को लेकर भारतीय नौजवान सेना ने आज 1 दिसंबर से अपने सदस्यता अभियान की शुरुआत की। रिवर साइड, पटेल नगर समेत कई इलाकों में संगठन के सदस्यों ने अभियान को गति दी।

संगठन के अध्यक्ष विश्वरंजन सिन्हा ने बताया कि एक महीने तक चलने वाले इस अभियान में 10,000 युवाओं को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के नाम पर लगातार ठगा जा रहा है, वहीं विस्थापित परिवारों को उनका उचित मुआवजा और नियोजन तक नहीं मिल पाया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कई उद्योगों में आउटसोर्सिंग कंपनियाँ नियमों का उल्लंघन कर रही हैं, मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी नहीं दी जा रही और पीएफ में भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है। विस्थापितों को बाहरी–भीतरी की राजनीति में उलझाकर वर्षों से उनके अधिकारों से वंचित रखा गया है।
सिन्हा ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि युवाओं और विस्थापितों की आवाज को मजबूती से उठाया जाए। संगठन ने वर्ष 2026 को आंदोलन का वर्ष घोषित किया है और कहा कि हक और रोजगार की लड़ाई को निर्णायक मोड़ दिया जाएगा।
मौके पर अध्यक्ष विश्वरंजन सिन्हा, सचिव रौशन नायक, कोषाध्यक्ष इमरोज़ खान, उपाध्यक्ष विश्वनाथ भुइयां उर्फ अजय, राज अमन, अजय सिंह, राहुल सिंह, राजन पांडेय, बबलू भुइयां सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
रिपोर्ट अभिषेक मिश्रा
